"सुंदरता से बढ़कर चरित्र है*,
*प्रेम से बढ़कर त्याग है,,*
*"दौलत से बढ़कर मानवता है,*
*परंतु सुंदर रिश्तों से बढ़कर*
*इस दुनियाँ में कुछ भी नहीं है,,*
*"जरूरी नहीं की मिठाई*
*खिलाकर ही दूसरो का*
*मुँह मीठा करे,*
*आप मीठा बोलकर भी लोगों*
*को खुशियाँ दे सकते है."*
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