पारायों के साथ जीना जितना
आसान है , घर- परिवार के साथ
जीना उतना ही मुश्किल है । घर में
जीने का अर्थ केवल यह नहीं कि
हम ईंट - पत्थर ओर चुने से बने
मकान में जिएं । घर के साथ जीने कि
पहली शर्त है कि हम अपने भीतर
आत्मीयता ओर सहज स्नेह का
विस्तार करें । जिस घर में
तीन पीढियाँ एक साथ बैठकर
भोजन ओर भजन करती हैं
वह घर धरती पर
साक्षात् स्वर्ग है ।
जय श्री राम
आपका जीवन मंगलमय हो
आपका जीवन मंगलमय हो
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